सरकार ने हाल ही में वन नेशन वन राशन कार्ड (ONORC) योजना को और अधिक सहज और लचीला बनाकर ऐसे लोगों के लिए राहत की घोषणा की है जिनके पास राशन कार्ड नहीं है या राशन कार्ड खो गया है। अब आर्थिक रूप से कमजोर परिवार अपने आधार कार्ड के माध्यम से मुफ्त अनाज प्राप्त कर सकते हैं। यह नई व्यवस्था खासकर प्रवासी मजदूरों, अस्थायी कामगारों, और उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने गृह राज्य से दूर होते हैं और राहत पाने में पिछड़े होते थे।

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योजना की मुख्य विशेषताएं
नेशनवाइड पोर्टेबिलिटी:
योजना के अंतर्गत लाभार्थी देश के किसी भी राज्य में अपने राशन का लाभ उठा सकते हैं। इससे प्रवासी कामगारों के लिए राशन प्रदाय में बड़ी आसानी हुई है।
आधार सीडिंग और बायोमेट्रिक सत्यापन:
राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक किया गया है और बायोमेट्रिक तकनीक से पहचान की जाती है जिससे राशन वितरण में पारदर्शिता बनी रहे।
ई-पीओएस डिवाइस का इस्तेमाल:
फेयर प्राइस शॉप पर ई-पीओएस डिवाइसों से राशन वितरण का सत्यापन होने से फर्जीवाड़ा और दिक्कते कम होती हैं।
मेरा राशन ऐप:
मोबाइल ऐप से लाभार्थी अपने राशन की जानकारी, दुकान की लोकेशन तथा राशन की उपलब्धता आसानी से जांच सकते हैं।
मुफ्त अनाज वितरण:
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण Anna योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त गेहूं, चावल और अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं।
जागरूकता अभियान:
सरकार लाभार्थियों को योजना की पूरी जानकारी समय-समय पर उपलब्ध करवा रही है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
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नई व्यवस्था कैसे काम करती है?
अब राशन कार्ड के अभाव में भी आधार कार्ड से बायोमेट्रिक सत्यापन कर राशन लिया जा सकता है। अगर कोई अपने राशन कार्ड को खो देता है तो भी उसकी पहचान आधार के माध्यम से सुनिश्चित होती है, जिससे राशन वितरण में बाधा नहीं आती। यह सुविधा विशेष रूप से उन प्रवासी मजदूरों और गरीब परिवारों के लिए है जो अपने मूल राज्य से बाहर होते हैं।
लाभ और राहत
- गरीब परिवार अब राशन कार्ड न होने पर भी मुफ्त अनाज प्राप्त कर सकेंगे जिससे उनकी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
- प्रवासी मजदूर और जो लोग अस्थायी रुप से कहीं और काम कर रहे हैं, वे अब आसानी से राशन ले सकेंगे।
- राशन वितरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी आई है जिससे लाभार्थी समय और मेहनत बचा सकेंगे।
- बायोमेट्रिक सत्यापन से फर्जीवाड़ा कम होगा और राशन सही लोगों तक पहुंचेगा।
















