
भारत में हर सुबह और शाम पूजा के समय अगरबत्ती की खुशबू लगभग हर घर में महसूस की जाती है। ये सिर्फ भक्ति का प्रतीक नहीं बल्कि एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसकी डिमांड कभी खत्म नहीं होती। ऐसे में अगर आप कम लागत में, घर बैठे कोई मुनाफे वाला बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग एक परफेक्ट आइडिया हो सकता है।
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कम निवेश में शानदार शुरुआत
अगरबत्ती बनाने का बिजनेस खास बात यह है कि इसे शुरू करने के लिए बहुत बड़ी पूंजी की जरूरत नहीं होती।
- छोटे स्तर पर केवल ₹12,000 से ₹20,000 तक निवेश में शुरुआत संभव है।
- वहीं बड़े पैमाने पर प्लांट लगाकर उद्योग के रूप में शुरू करने के लिए ₹5 से ₹6 लाख तक का बजट चाहिए।
आप चाहें तो शुरुआत घर के एक छोटे रूम से भी कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे एक्सपैंड कर सकते हैं।
सरकारी योजनाओं से मिल सकता है सपोर्ट
अगर शुरुआती पूंजी की कमी है तो चिंता की बात नहीं। सरकार की पीएम मुद्रा लोन जैसी योजनाओं के तहत छोटे उद्यमियों को आसानी से लोन मिल सकता है। इसके अलावा, उद्योग विभाग से छोटे व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन करवाकर आप टैक्स बेनिफिट और अन्य सरकारी सुविधाएं भी प्राप्त कर सकते हैं।
बिजनेस सेटअप के लिए जरूरी स्पेस
घर पर शुरू किए जाने वाले छोटे बिजनेस के लिए अलग जगह की आवश्यकता नहीं है।
हालांकि, अगर आप इसका प्रोडक्शन अधिक मात्रा में करना चाहते हैं, तो लगभग 1000 स्क्वायर फीट जगह उपयुक्त रहेगी। यहां आप मशीनरी इंस्टॉल कर सकते हैं और रॉ मटेरियल का स्टोरेज भी आसानी से कर पाएंगे।
कौन सी मशीनें होंगी जरूरी
शुरुआती स्तर पर आप बिना किसी मशीनरी के भी अगरबत्तियां बना सकते हैं, लेकिन ऑटोमेटिक मशीनों से काम न सिर्फ आसान होता है बल्कि तेजी से प्रोडक्शन भी होता है।
जरूरी मशीनें:
- अगरबत्ती ड्रायर मशीन
- पाउडर मिक्सर मशीन
- पैकिंग मशीन
ये मशीनें मैनुअल और ऑटोमेटिक, दोनों ऑप्शन में आती हैं — आप अपनी जरूरत और बजट के अनुसार चुन सकते हैं।
रॉ मटेरियल की लिस्ट
अगरबत्ती बनाने के लिए कुछ बेसिक कच्चे माल की जरूरत होती है:
- चारकोल डस्ट
- बांस स्टिक
- चंदन या रोज़ वुड पाउडर
- जिगात पाउडर
- व्हाइट चिप्स पाउडर
- परफ्यूम (Fragrance Oil)
- रैपिंग पेपर और पैकेजिंग बॉक्स
इन सभी मटेरियल्स को आप स्थानीय सप्लायर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कम दाम में ले सकते हैं।
ट्रेड लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन
बिजनेस को कानूनी रूप से चलाने के लिए जिला उद्योग केंद्र (DIC) से ट्रेड लाइसेंस लेना जरूरी है। आप अपनी कंपनी को MSME (Micro, Small & Medium Enterprises) के तहत भी रजिस्टर करा सकते हैं। इससे लोन, सब्सिडी और सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सकेगा।
पैकेजिंग और ब्रांडिंग का महत्व
आज के मार्केट में प्रोडक्ट की खूबसूरत पैकेजिंग किसी भी चीज़ के सेल बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाती है। अगरबत्ती के बिजनेस में भी यही सच है — अच्छी सुगंध और आकर्षक पैकिंग लोगों को आपकी ब्रांड की ओर खींच सकती है। आप अपने ब्रांड का नाम तय करें और उसमें unique fragrance identity बनाएं ताकि ग्राहक बार-बार आपके प्रोडक्ट को खरीदें।
मार्केटिंग और सेलिंग आइडियाज
अगरबत्ती का बाजार बहुत बड़ा है — पूजा सामग्री की दुकानों से लेकर ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जैसे Amazon और Flipkart तक।
- आप अपने प्रोडक्ट को लोकल किराना दुकानों या मंदिरों के पास सेल के लिए रख सकते हैं।
- इसके अलावा, सोशल मीडिया मार्केटिंग भी बेहद प्रभावी है। Instagram या Facebook Ads की मदद से आप अपनी ब्रांड को लोगों तक पहुंचा सकते हैं।
मुनाफा कैसे होता है?
अगरबत्ती बनाने के बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन काफी अच्छा होता है। एक किलो अगरबत्ती तैयार करने की लागत लगभग ₹25 से ₹35 तक आती है, जबकि बाजार में वही प्रोडक्ट ₹100 से ₹150 में आसानी से बिकती है।
अगर आप रोज़ 20 से 25 किलो प्रोडक्शन करते हैं, तो महीने में ₹40,000 से ₹60,000 तक का मुनाफा कमाना संभव है।
सही मार्केटिंग और क्वालिटी कंट्रोल के साथ, यह बिजनेस सालभर चलने वाला और स्थिर इनकम देने वाला साबित हो सकता है।
















