
देशभर में बुधवार, 29 अक्टूबर 2025 को गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिली। पिछले 10 दिनों में जहां सोने के रेट में 11 से 12 हजार रुपये तक की कमी दर्ज की गई है, वहीं चांदी की कीमतों ने भी मंदी का रुख दिखाया है।
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सोने की कीमत में तेज गिरावट
MCX (Multi Commodity Exchange) पर 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड की कीमत मंगलवार के मुकाबले बुधवार को 2,496 रुपये कम होकर 1,18,461 रुपये पर आ गई। यह पिछले 10 दिनों में लगभग 12,000 रुपये की बड़ी गिरावट को दर्शाता है।
गिरावट की वजह क्या है?
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार यह रेट फॉल दो कारणों से आया है—पहला, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन कम होने की उम्मीद, और दूसरा, पुराने निवेशकों की प्रॉफिट बुकिंग। जब मार्केट में ऐसी सिचुएशन होती है, तो ट्रेडर्स शॉर्ट-टर्म गेन उठाने के लिए अपने होल्डिंग बेचते हैं, जिससे प्राइसेस नीचे आ जाती हैं।
चांदी की कीमतों में भी ठंडक
सिर्फ गोल्ड ही नहीं, सिल्वर की कीमतों में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई। MCX पर 1 किलो चांदी का भाव मंगलवार को जहां 1,43,367 रुपये था, वहीं बुधवार को यह घटकर 1,41,424 रुपये रह गया। यानी करीब 2,000 रुपये की कमी।
क्या यह खरीदारी का मौका है?
कई निवेश विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्राइस करेक्शन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए पॉजिटिव साइन है। उनके मुताबिक, जो लोग गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करने की सोच रहे हैं, उन्हें जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए बल्कि धीरे-धीरे खरीदारी शुरू करनी चाहिए। मार्केट में अभी वोलैटिलिटी बनी हुई है, इसलिए हर गिरावट को एक बैलेंस्ड अपॉर्च्युनिटी के रूप में देखना बेहतर रहेगा।
शहरों में कीमतों का फर्क
भारत के विभिन्न शहरों में टैक्स, ट्रांसपोर्ट और मेकिंग चार्जेज के कारण गोल्ड प्राइसेस में थोड़ा-बहुत अंतर रहता है। दिल्ली में इस समय 10 ग्राम 24 कैरेट सोना लगभग 1,22,501 रुपये में मिल रहा है, जबकि कोलकाता में इसका भाव करीब 1,21,580 रुपये है। मुंबई और चेन्नई जैसे मेट्रो सिटीज में भी दरें लगभग इसी रेंज में हैं।
आज के लेटेस्ट गोल्ड और सिल्वर रेट
अगर आप डे-टू-डे अपडेट चेक करना चाहते हैं, तो बैंकबाजार या अन्य फाइनेंशियल वेबसाइट्स पर लाइव रेट्स देख सकते हैं। वहां आपको 22 कैरेट, 24 कैरेट और सिल्वर के आज के ताज़ा भाव आसानी से मिल जाएंगे।
निवेशकों के लिए सलाह
फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि गोल्ड जैसे सेफ हेवन एसेट में हर गिरावट भविष्य के लिए एक नया मौका लेकर आती है। अगर आपका टारगेट लंबा है — यानी 3 से 5 साल या उससे ज़्यादा — तो यह समय थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्टमेंट बढ़ाने का हो सकता है। वहीं डे-ट्रेडर्स या शॉर्ट-टर्म इन्वेस्टर्स को जरा सावधानी से कदम बढ़ाना चाहिए, क्योंकि मार्केट फिलहाल नाज़ुक बैलेंस पर है।
















